PM Modi की श्रीलंका यात्रा: ऐतिहासिक स्वागत, रक्षा और ऊर्जा क्षेत्रों में बड़े समझौते की उम्मीद

PM Modi: की श्रीलंका यात्रा ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। शुक्रवार शाम को कोलंबो पहुंचने पर श्रीलंका सरकार द्वारा उन्हें भव्य स्वागत दिया गया, जो अब तक किसी भी विदेशी नेता को दिए गए स्वागत से कहीं अधिक विशिष्ट और ऐतिहासिक माना जा रहा है।
PM Modi: ऐतिहासिक स्वागत
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो पहुंचने पर पीएम मोदी का स्वागत पांच वरिष्ठ श्रीलंकाई मंत्रियों ने किया, जिनमें विदेश मंत्री विजीथा हेराथ, स्वास्थ्य मंत्री नलिंदा जयतिस्सा, और मत्स्य मंत्री रामलिंगम चंद्रशेखर शामिल थे। शनिवार सुबह उन्हें स्वतंत्रता चौक पर औपचारिक स्वागत दिया गया, जहां श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके स्वयं मौजूद थे।
यह पहला अवसर था जब श्रीलंका ने किसी विदेशी नेता को स्वतंत्रता चौक पर ऐसा औपचारिक स्वागत दिया हो, जिससे यह संकेत मिलता है कि भारत और श्रीलंका के रिश्ते अब नई ऊंचाइयों को छूने जा रहे हैं।
पीएम मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “कोलंबो में उतरा। हवाई अड्डे पर स्वागत करने आए मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों का आभार। श्रीलंका में कार्यक्रमों के लिए उत्सुक हूं।”
PM Modi: मुख्य एजेंडा और संभावित समझौते
प्रधानमंत्री मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के बीच शनिवार को दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान कम से कम 10 बड़े समझौते होने की संभावना है। इनमें रक्षा सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा, डिजिटल साझेदारी, और आर्थिक सहायता के मुद्दे प्रमुख हैं।

PM Modi: रक्षा सहयोग
भारत और श्रीलंका के बीच एक नई रक्षा साझेदारी की शुरुआत की संभावना है। एक महत्वपूर्ण एमओयू (सहमतिपत्र) पर हस्ताक्षर की उम्मीद है, जो दोनों देशों के रक्षा संबंधों को मजबूत करेगा। यह समझौता विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उस दौर के बाद हो रहा है जब भारतीय शांति सेना (IPKF) को श्रीलंका से तीन दशक पहले वापस बुलाया गया था।
ऊर्जा और डिजिटल सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में ‘संपूर सोलर प्रोजेक्ट’ की नींव रखी जाएगी, जो भारत-श्रीलंका ऊर्जा सहयोग में मील का पत्थर साबित होगा। इसके साथ ही डिजिटल क्षेत्र में भी सहयोग पर चर्चा होगी और कई समझौते पर हस्ताक्षर की संभावना है।
आर्थिक सहयोग और ऋण पुनर्गठन
श्रीलंका पिछले कुछ वर्षों में एक गहरे आर्थिक संकट से गुजर चुका है। भारत ने इस संकट के दौरान लगभग $4.5 बिलियन की सहायता देकर श्रीलंका को संभलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस यात्रा के दौरान भारत द्वारा श्रीलंका के कर्ज पुनर्गठन और मुद्रा विनिमय समझौते पर भी दस्तावेज सार्वजनिक किए जा सकते हैं।
भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात
कोलंबो स्थित ताज समुद्रा होटल में रुकने के दौरान पीएम मोदी का स्वागत भारतीय मूल के लोगों ने भी किया, जिससे भारतीय समुदाय में खुशी की लहर दौड़ गई।

ऐतिहासिक स्थल की यात्रा
6 अप्रैल को पीएम मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके अनुराधापुर शहर की यात्रा करेंगे। वे महाबोधि मंदिर में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और भारत द्वारा सहायता प्राप्त दो परियोजनाओं का संयुक्त उद्घाटन करेंगे।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी की यह श्रीलंका यात्रा सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि दोनों देशों के रिश्तों को रणनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक स्तर पर नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है। भारत और श्रीलंका के बीच विश्वास और सहयोग का यह नया अध्याय आने वाले समय में दक्षिण एशिया की स्थिरता और प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
PM Modi:
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