
Kunal Kamra: स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को मुंबई पुलिस ने दूसरी बार समन भेजा है। उन्होंने महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक घटनाओं, विशेष रूप से 2022 में शिवसेना विभाजन और 2023 में एनसीपी विभाजन पर कटाक्ष किया था। इसी बीच, विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी सीधी टिप्पणी को नज़रअंदाज़ कर दिया, लेकिन उनकी पैरोडी गीत पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
क्या है पूरा मामला? मुंबई के उपनगर खार पुलिस स्टेशन में दर्ज एक शिकायत के आधार पर पुलिस ने कुणाल कामरा को समन भेजा है। शिवसेना विधायक मुरजी पटेल ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कामरा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
पहला समन मंगलवार को भेजा गया था, जिसके बाद कामरा ने हाजिर होने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा था। लेकिन अब पुलिस ने उन्हें दोबारा बुलाया है।
विपक्ष ने भाजपा की चुप्पी पर उठाए सवाल: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के नेता अंबादास दानवे ने बुधवार को कहा कि भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कामरा के सीधे हमले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन एक पैरोडी गीत पर जोरदार आपत्ति जताई, जिसमें एकनाथ शिंदे का नाम तक नहीं लिया गया था।
दानवे ने कहा, “कुणाल कामरा ने अपने शो में प्रधानमंत्री मोदी की सीधी आलोचना की, लेकिन भाजपा ने इसे नज़रअंदाज़ कर दिया। लेकिन जब वही पार्टी एक पैरोडी गाने पर आक्रोशित हो गई, जिसमें शिंदे का नाम तक नहीं था, तो यह स्पष्ट होता है कि भाजपा शिंदे को आगे कर कामरा को निशाना बना रही है।”
क्यों भेजा गया समन? कहा जा रहा है कि कुणाल कामरा ने बिना नाम लिए एकनाथ शिंदे को उनकी राजनीतिक यात्रा के लिए निशाना बनाया, जिसमें 2022 में उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनकी बगावत भी शामिल थी। इस बगावत के कारण महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी।
अपने शो में, कामरा ने ‘दिल तो पागल है’ फिल्म के एक लोकप्रिय हिंदी गीत की पैरोडी प्रस्तुत की थी, जिसमें उन्होंने शिंदे को ‘गद्दार’ (देशद्रोही) कहा। साथ ही, उन्होंने 2022 में शिवसेना और 2023 में एनसीपी में हुए विभाजन पर भी व्यंग्य किया।
शिवसेना कार्यकर्ताओं का हंगामा: रविवार रात, शिवसेना कार्यकर्ताओं ने खार स्थित हैबिटैट कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ की, जहां कामरा का शो हो रहा था। इतना ही नहीं, उन्होंने उस होटल को भी नुकसान पहुंचाया, जहां यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इसके बाद, विधायक मुरजी पटेल की शिकायत पर खार पुलिस ने कुणाल कामरा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
शिवसेना कार्यकर्ताओं पर भी केस दर्ज: वहीं, पुलिस ने शिंदे गुट की शिवसेना के 40 कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है, जिन्होंने कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की थी। सोमवार को पुलिस ने शिवसेना के पदाधिकारी राहुल कनाल सहित 11 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन उसी दिन स्थानीय अदालत ने उन्हें जमानत दे दी।
कामरा का रुख: कुणाल कामरा ने अभी तक इस मामले पर औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, उनके पिछले रुख को देखते हुए, यह संभावना है कि वे अपनी व्यंग्यात्मक शैली में ही जवाब देंगे।
निष्कर्ष: यह मामला केवल एक कॉमेडियन के खिलाफ कार्रवाई का नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक दलों के दोहरे रवैये को भी उजागर करता है। जहां एक ओर भाजपा प्रधानमंत्री मोदी पर सीधी आलोचना को नज़रअंदाज़ कर रही है, वहीं दूसरी ओर एक पैरोडी गीत पर आक्रोशित हो रही है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान कर रही है या फिर सत्ता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है?
Kunal Kamra को दोबारा समन, विपक्ष ने उठाए सवाल”
Kunal Kamra: