
CSK vs MI: चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने पुराने स्पिन फॉर्मूले पर भरोसा जताते हुए एक बार फिर खुद को साबित किया। नूर अहमद की घातक गेंदबाजी (4/18) ने मुंबई इंडियंस को बैकफुट पर धकेल दिया और चेन्नई ने यह मुकाबला 4 विकेट से अपने नाम कर लिया।
CSK vs MI: नई ओपनिंग जोड़ी से मिली नई शुरुआत
देवोन कॉनवे, रचिन रवींद्र और राहुल त्रिपाठी की मौजूदगी में चेन्नई के लिए ओपनिंग जोड़ी को लेकर बड़ा फैसला लेना था। त्रिपाठी आमतौर पर नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते आए हैं, इसलिए यह माना जा रहा था कि रचिन और ऋतुराज गायकवाड़ पारी की शुरुआत करेंगे। लेकिन जब 156 रनों का लक्ष्य चेज करने के लिए चेन्नई उतरी, तो सभी को चौंकाते हुए त्रिपाठी और रचिन की जोड़ी ओपनिंग के लिए आई। यह वही जोड़ी थी जिसने प्रैक्टिस मैचों में भी पारी की शुरुआत की थी, जबकि गायकवाड़ को नंबर 3 पर भेजा गया।
हालांकि, त्रिपाठी जल्द ही आउट हो गए और गायकवाड़ बल्लेबाजी के लिए आए। इसके बाद उन्होंने शानदार शॉट्स लगाकर पारी को संभाला, जबकि दूसरी ओर रचिन को लय हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा।
गायकवाड़ ने ट्रेंट बोल्ट के खिलाफ दो क्लासिकल स्क्वायर ड्राइव्स लगाकर शुरुआत की और फिर कुछ शानदार कट शॉट्स भी लगाए। पावरप्ले में चेन्नई ने तेज गति से रन बनाए। जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में मुंबई को दीपक चाहर से उम्मीदें थीं, लेकिन चाहर ज्यादा स्विंग हासिल नहीं कर पाए, जिससे चेन्नई का स्कोर तेजी से बढ़ता गया।
लगभग 9 रन प्रति ओवर की रन रेट से रन बन रहे थे, जिससे ऐसा लग रहा था कि चेन्नई आसानी से मैच जीत जाएगी। लेकिन लेफ्ट-आर्म रिस्ट स्पिनर विग्नेश पुथुर के आने से मैच में थोड़ा रोमांच आ गया। उन्होंने गायकवाड़, शिवम दुबे और दीपक हूडा को आउट कर मुंबई को वापसी का मौका दिया।
हालांकि, रचिन रवींद्र ने अपनी पारी को अंत तक जारी रखा। भले ही वह शुरुआत में धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन अंत तक उन्होंने नाबाद 65 रन (45 गेंदों में) बनाए और टीम को जीत दिलाई।
CSK vs MI: चेन्नई का स्पिन फॉर्मूला एक बार फिर हिट
आईपीएल का यह शुरुआती दौर है, लेकिन बाकी टीमें पहले ही चेन्नई के घरेलू मैदान चिदंबरम स्टेडियम (चेपॉक) में उनके खिलाफ खेलने से डरने लगी होंगी। सुपर किंग्स ने इस बार अपनी टीम में तीन शीर्ष स्पिनरों – रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और नूर अहमद को शामिल किया है, जिससे यह साफ हो गया कि वे अपने पुराने स्पिन-आधारित फॉर्मूले पर वापस लौट रहे हैं।
आईपीएल के शुरुआती वर्षों (2010-2015) में भी चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने स्पिनरों के दम पर सफलता हासिल की थी। 2018 और 2019 में भी इमरान ताहिर के रहते हुए उन्होंने इसी रणनीति को अपनाया था। हालांकि, पिछले दो सीज़न में चेपॉक की पिच से उन्हें ज्यादा मदद नहीं मिली थी, जिसके चलते यह सवाल उठने लगे थे कि क्या इस बार स्पिन रणनीति कारगर साबित होगी?
पहले ही मैच में चेन्नई को इस सवाल का जवाब मिल गया। मैच की शुरुआत से ही यह साफ दिख रहा था कि यह सिर्फ चेन्नई ही नहीं, बल्कि उनकी पिच भी अपने पुराने अंदाज में लौट रही थी। पिच पर ग्रिप तो ज्यादा नहीं थी, लेकिन उछाल कम था और स्पिनरों को टर्न मिल रहा था।
पिछले सीजन में चेन्नई के स्पिनरों ने सात घरेलू मुकाबलों में सिर्फ 5 विकेट लिए थे, लेकिन इस बार पहले ही मैच में उन्होंने यह आंकड़ा पार कर लिया। नूर अहमद ने 4 ओवर में सिर्फ 18 रन देकर 4 विकेट झटके, जबकि सुपर किंग्स में वापसी कर रहे रविचंद्रन अश्विन ने विल जैक्स को आउट किया।
CSK vs MI: मुंबई इंडियंस की कमजोरियां उजागर
मुंबई इंडियंस के लिए यह मुकाबला एक परीक्षा की तरह था, जिसमें वे पूरी तरह फेल हो गए। पहले बल्लेबाजी करते हुए उनकी टीम 156 रन ही बना सकी, जो चेन्नई जैसी मजबूत टीम के खिलाफ काफी कम स्कोर था। मुंबई का शीर्ष क्रम फ्लॉप रहा और केवल कुछ खिलाड़ियों ने संघर्ष दिखाया।
जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में उनकी गेंदबाजी भी कमजोर दिखी। दीपक चाहर और अन्य तेज गेंदबाज प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे, जबकि युवा स्पिनर विग्नेश पुथुर ने जरूर थोड़ी चमक बिखेरी।
निष्कर्ष
चेन्नई सुपर किंग्स ने अपनी रणनीति को एक बार फिर साबित किया और स्पिन गेंदबाजी के दम पर मुंबई इंडियंस को शिकस्त दी। नूर अहमद ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया, जबकि बल्लेबाजी में ऋतुराज गायकवाड़ और रचिन रवींद्र ने टीम को जीत दिलाई। चेपॉक की पिच पर चेन्नई की यह रणनीति आगे भी विरोधी टीमों के लिए सिरदर्द बन सकती है।
मुंबई इंडियंस को अपनी टीम संयोजन पर काम करने की जरूरत है, खासतौर पर गेंदबाजी में बुमराह की अनुपस्थिति उनके लिए बड़ी चिंता का विषय बन सकती है। वहीं, चेन्नई सुपर किंग्स इस जीत के बाद आत्मविश्वास से भरी हुई नजर आएगी और बाकी टीमों के लिए खतरे की घंटी बजा चुकी है।